dharmesh sir /struggle story of dharmesh sir / रोड पर मिसल पाव बेचने से लेकर कोरियोग्राफर, एक्टर बनने तक का सफर
परिचय
आज dharmesh sir सक्सेसफुल एक्टर ,डांसर और कोरियोग्राफर है । बॉलीवुड मैं वह अपने hip hop डांस के लिए जाने जाते है । एक बहुत ही कठिन परिस्थिति से बाहर आकर उन्होंने अपना एक अस्तित्व निर्माण किया । अपना खर्च निकालने के लिए सड़क पर मिसल पाव बेची , पियून का जॉब किया ।
शुरुवाती जीवन
धर्मेश सर का जन्म 3 अक्टूबर 1983 मैं बड़ौदा सिटी, गुजरात में हुआ। इनका पूरा नाम धर्मेश येलांदे है लेकिन इन्हें दुनिया dharmesh sir के नाम से बुलाती है। उन्हें कुल दो भाई और एक बहन है । पिता अपने घर का खर्च निकालने के लिए बड़ौदा सिटी के रोड पर एक चाय का ठेला चलाते थे । और उनकी मां हाउसवाइफ थी। बचपन में धर्मेश सर को उनके माता-पिता पिंटू के नाम से बुलाते थे ।
धर्मेश सर जब 6-7 साल के थे तब उनकी डांस के प्रति अपनी मेहनत और लगन देखकर उनके पापा ने कैसे भी पैसे का बंदोबस्त कर के डांस क्लास । डांस क्लास उनके घर से लगभग 10 किलोमीटर दूर था । तो धर्मेश सर के पापा रोज उन्हें साइकिल पर डांस क्लास छोड़ने जाते और लेने जाते थे । उनके डांस टीचर कृष्णा सर बताती है कि धर्मेश सर के पापा क्लास लगाने के लिए आए तब क्लास का टाइम 5:00 बजे था । लेकिन उनके पापा पहले से ही 3:00 बजे वहां आकर बैठे थे । और मेरा इंतजार कर रहे थे ।
धर्मेश सर को डांस क्लास मैं धीरे-धीरे डांस सीखने की टेक्निक मालूम होने लगी, वहां पर पता चला कि अगर डांस क्लास चलाया तो इसके पैसे भी मिलती है । तब उन्हें लगने लगा कि इसमें मेरा कुछ करियर हो सकता है।
जब धर्मेश सर 6 स्टैंडर्ड में थे । तब इंटर स्कूल कंपटीशन मैं हिस्सा लेकर । जीत हासिल की थी । इस जीत के कारण उनका नाम न्यूज़ पेपर में आया था । यह नाम देखकर उनके दादाजी काफी प्रभावित हुऐ । क्यू की उनके पूरे खानदान मैं कभी भी किसका नाम न्यूज़ पेपर मैं नाम नहीं आया था । इस के कारण उनके दादाजी ने सोच लिया की धर्मेश सर का अब इसी मैं करियर होगा । इस के लिए दादा जी ने धर्मेश सर के पिता से भी बात की थी । डांस के लिए उनके पिता का उन्हे बहुत सपोर्ट था । लेकिन उनकी मां बहुत स्ट्रीक थी । वह चाहती थी की धर्मेश सर पहले पढ़ाई लिखाई करे और एक अच्छी जॉब करे और उसके बाद अपना डांस करियर पर ध्यान दे ।
मिसल पाव बेची
अपना खर्चा निकालने के लिए उन्होंने अपने पापा के चाय के ठेले के आगे मिसल पाव बेचनी शुरू कर दी । इस बीच उन दोनो मैं हमेशा में कॉन्पिटिशन होता था कि ज्यादा पैसा कौन कमाता है । उसके बाद पीयून का जॉब किया । वो कहते है की ये सब मैंने डांस के लिए किया क्यू की मेरे पास उतने पैसे नहीं थे की मैं मेरी डांस क्लास की फीस भर सकू या अपना खर्चा निकाल सकू ।
डांस करियर की शुरुवात
Dharmesh sir नाम कैसे पड़ा ?
2009 मैं डांस इंडिया डांस सीजन 2, मैं बतौर डांस गुरु के तौर पर प्रतिभागियों को डांस सिखाते थे और ट्रेन करके शो मैं लेके आते थे । जब उनके हर प्रतिभागियों का डांस होता था , तो उनसे पूछा जाता था कि । यह डांस तुम्हें किसने सिखाया ,यह डांस की स्टेप तुम्हें किसने सिखाई, उनके प्रतिभागि बताते थे की, धर्मेश सर उनके हर एक प्रतिभागियों के कहने के कारण उनका नाम dharmesh sir पड़ा । हालाकि ये शो वह हर गए थे । लेकिन उन्हें तब से धर्मेश सर के नाम से ही जाना जाता है। वह अब तक डांस इंडिया डांस के तीन सीजन में बतौर डांस गुरु के तौर पर प्रतिभागियों को डांस सखा चुके हैं ।
कोरियोग्राफर बने
24 अक्टूबर 2010 मैं आई फिल्म तीस मार खा, के लिए फराह खान ने धर्मेश सर का डांस देखने के बात कोरियोग्राफर के लिए हायर किया था । इस फिल्म के प्रोड्यूसर और एक्टर अक्षय कुमार थे । यह धर्मेश सर की कोरियोग्राफी की पहली फिल्म थी । इसके बाद उन्हें फिल्मों में कोरियोग्राफी करनी शुरू कर दी । उन्होंने अब तक कई फिल्मी गानों में कोरियोग्राफर का काम किया ।
फिल्म करियर की शुरुआत
उन्होंने अपने फिल्म करियर की शुरुआत 2013 आईएफ इन ए बी सी डी एनी बडी कैन डांस से की । इस फिल्म के लिए उन्हें इस फिल्म के डायरेक्टर रेमो डिसूजा ने हायर किया था । यह थीम डांस पर आधारित थी । इस फिल्म में उनकी डांसिंग और एक्टिंग देख कर एबीसीडी पार्ट 2 में भी लिया गया । और तब से उन्होंने फिल्म की करियर की शुरुआत की । और उन्होंने अब तक कई फिल्मों में काम किया है ।
लेकिन उन्हें लोकप्रियता छोटे पर्दे से ही मिली उन्होंने अब तक कई कार्यक्रमों में कंटेस्टेंट के रूप में हिस्सा लिया । तू कुछ जगह में इंटर के रूप में शामिल हुए हैं । इसके अलावा जज के रूप मैं भी कही कई कार्यक्रमों में शामिल हुए हैं । इसके अलावा उन्होंने स्टंट बेस्ट रियलिटी शो खतरों के खिलाड़ी सीजन 10 भी कर चुके है ।
Dharmesh sir कहते है की जो तुम्हारे अंदर टैलेंट है । उस पर विश्वास रखो । और मेहनत करो , तुम कामयाब जरूर बनोगे ।
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