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जून, 2021 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

MBA chay vala praful billore / चाय बेचकर कैसे कमाए करोड़ों रुपए ?

 हर दिन की सुबह हमारी चाय या कॉफी से जरूर शुरू होती है इंडिया मैं शायद ही ऐसा कोई घर होगा कि वहा चाय , कॉफी ना बनती हो । स्थानीय कार्यक्रम म्यूजिकल नाइट , शुभ कार्य यदि , कार्य मैं चाय ना हो ये तो हो ही नहीं सकता बस इसिका फायदा उठाकर MBA chay vala नाम से फेमस prafull billore  ने 4 साल मैं 3 कोटी रुपयों की चाय बेची और पूरे भारत मै अपनी एक अलग पहचान बनाई । तो आइए जानते है इनका चाय का सफर कैसा रहा   प्रफुल्ल का जन्म 14 जनवरी 1996 मैं एक मिडिल क्लॉस फैमिली मैं हुआ प्रफुल्ल कैहते है की उन्हें बड़े होकर MBA करना था इसके लिए उनके घर वालो का उन्हे काफी सपोर्ट रहा । प्रफुल्ल ने MBA करने के लिए CAT ( common entrance test exam) की तयारी 3 साल तक IIM अहमदाबाद मैं की, लेकिन हर बार  फेल होते गए ।    जब CAT एग्जाम मैं हर बार  फेल हुए तो अपने पापा से कहा की अब मैं पढ़ाई नही करुंगा , मुझे आगे पढ़ना नहीं है। और कुछ दिनों बाद अपने पापा से कहकर घूमने चले गए   बेंगलूर , मुंबई गुड़गांव दिल्ली , चेन्नई , और आखिर मैं अहमदाबाद ।  और अहमदाबाद आते ही वो खुदसेही कहने लगे प्रफुल्ल कब तक गुमाता रहेगा पेट भरने के लि

Success story of boman Irani / कभी किया करते थे वेटर का काम

अपने हालत के कारण जिसने बार मैं 2 साल तक वेटर का काम किया । 12 साल तक एक चोटिसी बेकरी शॉप चलाई आज वो बोमन ईरानी बॉलीवुड  इंडस्ट्री के जाने माने एक्टर हैं ।  मुन्ना भाई MBBS  , pk , 3 इडियट्स जैसी हिट फिल्मों में अपना किरदार निभा चुके है । बचपन   बोमन ईरानी का जन्म 1 अक्टूबर 1962 मैं  मुंबई मैं हुआ । बोमन ईरानी के पिता की मृत्यु उनके जन्म से 6 महीने पहिले ही हो गई थी ।  जिसके कारण उनका पालन पोषण उनकी मां  ने ही किया बोमन ईरानी को 3 बहने थी जो उनसे बड़ी थी । उनकी मां घर चलने के लिए उनकी एक चोटीसी बेकरी शॉप चलती थी जिसमे जीवड़ा , पापड़ी , वेफर , सली ,फरसान, गाठिया बेचने का काम करती थी ।   बोमन ईरानी को बचपन मैं स्पीच डिफेक्ट था जिसके कारण ज्यादा बातचीत नहीं कर पाते थे । और वो काफी प्रोटेक्टिव चाइल्ड थे । जब 12 से 13 साल के हुए तब उन्हे थोड़ी हिम्मत आने लगी और उन्होंने स्पीच थेरेपिस्ट से बोलने की ट्रेनिंग ली  और उनके स्पीच डिफेक्ट मैं काफी हद तक सुधार आने लगा ।  शिक्षा  बोमन ईरानी ने मुंबई के सेंट मेरी स्कूल से अपनी प्राथमिक विद्यालय की पढ़ाई पूरी की । स्कूल मैं मुजिक कॉपिटीशन मैं हिस्सा ल

Success story of Dr. Vivek bindra / फुटपाथ पर बेचते थे डिक्शनरी

मशहूर मोटिवेशनल और बिजनेस कोच डॉ . विवेक बिंद्रा का जीवन परिचय । बचपन मैं जिसने अपनी पढ़ाई का खर्च उठाने के लिए फुटपाथ पर डिक्शनरी बेची आज वो  एशिया का सबसे बड़ा मोटिवेशनल स्पीकर बन गया ।   जिसने कभी अपना बिजनेस बचाने के लिय टॉयलेट साफ किया था  । आज उसकी  सलाह लेकर कितने बिजनेसमैन लाखों करोड़ों रुपयों मैं खेल रहे ।  बचपन  विवेक बिंद्रा का जन्म 5 अप्रैल 1982 मैं भारत के लखनऊ राज्य में हुआ । जब वो 2 से 3 साल के थे तभी उनके पिता की मृत्यु हो गई और उनकी मां ने दूसरी शादी कर ली , इतनी छोटीसी उम्र मैं ही अपने मां बाप से बिछड़ गए । उसके बाद उनका पालन पोषण उनके दादा ने किया ।  उनको बचपन से ही स्पोर्ट का बहुत ही शौक था, जब वो कोई भी हरा वह मैच जीते थे तो उसे अपनी लाइफ से रिलेट करते थे उनका दिमाग इतना तेज था की बचपन से ही बिजनेसमैन की तरह काम करने लगा था ।  जब वो। 16 से 17 साल के थे तभी उन्होंने पार्ट टाइम बिजनेस करना शुरू कर दिया था । उन्होंने अपनी कॉलनी मैं होम ट्यूशन के पर्चे बाटने शुरू कर दिए ।  अपनी एक टीचर्स की टीम बनाई और और बच्चों को पढ़ाना शुरू कर दिया, जिस स्टूडेंट को घर मैं पढ़ने के ल

Success story of Ratan Tata

रतन टाटा  भारत के सुप्रसिद्ध उद्योगपति है और 1991- 2012 तक टाटा ग्रुप के अध्यक्ष रहे है । टाटा संस्था के चेयरमैन भी रह चुके है । रतन टाटा देश के लोकप्रिय उद्योगपति है। इनमें एक खास बात है आप इनको जितना  ज्यादा तंग करोगे वो उतनी तेजीसे ग्रो करते है ।  बचपन  रतन टाटा का जन्म 28 दिसंबर 1937 को हुआ ,उनके पिता का नाम नवल टाटा तथा मां का नाम सोनू टाटा था रतन टाटा को एक छोटा भाई था । रतन टाटा जब 10साल के और उनका छोटा भाई जिम्मी 7 साल के थे तभी उनके माता पिता एक दूसरे से अलग हो गए थे । जिसके बाद रतन टाटा और उनके भाई जिम्मी का पालन पोषण उनकी दादी नवजबाई टाटा ने किया , सात ही उनकी पढ़ाई लिखाई भी की । शिक्षा   रतन टाटा ने अपनी माध्यमिक विद्यालय की पढ़ाई कैथेड्रल स्कूल मुंबई से की, कॉर्नेल यूनिवर्सिटी  USA मैं अपनी पढ़ाई पूरी की। USA मैं अपना खर्च निकालने के लिए बर्तन धोने का काम किया ।  करियर  USA से लौटने के बाद उनकी पहली नोकरी लगी टाटा स्टील मैं  वहापार मजदूरोके सात ही काम किया उनके साथ ही रहते थे, खाना खाते थे । उसके बाद उन्होंने 1961 उन्होंने टाटा ग्रुप के सात अपने करियर की शुरुवात की । 1971 

Success story of milkha Singh / कैसे बने भारत के फ्लाइंग सिख ?

मिल्खा सिंग भारत के फ्लाइंग सिख के काम से जाने ते है , उन्होंने अपने जीवन मैं कुल 80 प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया है , और उनमें से 77 प्रतियोगिताओं में जीत हासिल की है । मैं बचपन से ही बहुत मुसीबतों से सामना करना पड़ा। बचपन मिल्खा सिंह का जन्म 20 नवंबर 1929 पाकिस्तान के मुजफ्फरगढ़ मैं स्थित गोविंदपुरा गांव में हुआ था । उस दौरान भारत और पाकिस्तान एक हुआ करता था। मिल्खा सिंह के माता-पता खेती करती थे। मिल्खा सिंह के माता-पिता को कुल 15 संतानों में वह एक थे । 1947 को भारत जब स्वतंत्र का उत्सव मना रहा था। उसी दौरान भारत और पाकिस्तान का बंटवारा किया गया था।, इसी दौरान होने वाले दंगों में कई परिवार अनाथ हो गए उनमें से मिल्खा सिंह भी एक थे । मिल्खा सिंह ने दंगों में अपने मां बाप और भाई बहन को अपनी आंखों के सामने दंगों में  मरते हुए देखा । मिल्खा सिंह तब 15  साल के थे । मिल्खा सिंह दंगों में अपनी जान बचाकर किसी भी तरह से वहां से भाग गए।  और उसके बाद जंगल में जाकर छुप गए, उन्होंने जंगल में एक रात गुजारी ।  रात गुजार ने के बाद मिल्खा सिंह पाकिस्तान से दिल्ली जाने वाली ट्रेन मैं महिलाओं के अपरमें

success story of Nawazuddin siddiqui / एक्टर बनने से पहले किया करते थे वॉचमैन का काम

नवाज़ुद्दीन सिद्धकी बॉलीवुड के बहुत ही जाने-मने एक्टर है उन्होंने अपने खुद के दम पर बॉलीवुड में अपनी पहचान बनाई है । उन्हें एक्टिंग के कारण बहुत ही लोकप्रियता मिली है। बचपन  नवाजुद्दीन सिद्दीकी का जन्म 19 मई 1974 को मुजफ्फर नगर डिस्ट्रिक , यूपी के छोटे से गांव बुधना मैं एक मिडिल क्लास फैमली  मैं हुआ । उनके पिता नवाबुद्विन सिद्दीकी एक किसान थे और उनकी मां मेहरूनिमा  गृहणी थी । नवाजुद्दीन को  7 भाई और 2  बहने थी । शिक्षा   उन्होंने अपनी प्राथमिक  पढ़ाई अपने ही गांव से पूरी की है ।  नवाजुद्दीन बचपन से ही अपना गांव छोड़ना चाहते थे । उनका कहना था की उनके गांव का माहोल ठीक नहीं था। वहा लोग बस 3 ही चीज जानते थे गेहूं उगाना , गन्ना लगाना  और गन चलाना , इसके अलावा लोग कुछ करते ही नही थे । इसलिए नवाजुद्दीन  ने अपने आगे की पढ़ाई पूरी करने के लिए गांव छोड़कर हरिद्वार पढ़ने के लिए चले गए गुरुकुल  कांगरी यूनिवर्सिटी ऑफ हरिद्वार में अपनी ग्रेजुएशन केमिस्ट्री की पढ़ाई पूरी की । केमिस्ट की नोकरी की  अपनी ग्रेजुएशन केमिस्ट्री की पढ़ाई पूरी करने के बाद , नोकरी करने के लिए गुजरात गए और वहा पेट्रोकेमिकल कं

Success story of Narendra Modi / चाय बेचने वाले नरेंद्र मोदी कैसे बने भारत के पंतप्रधान ?

 अपने बचपन के दिनों में जब बच्चे जब अपना समय खेलने कूदने में लगा देते हैं , तब नरेंद्र मोदी जी ने अपने घर की आर्थिक सहायता के लिए अपने पिता की चाय की दुकान में हाथ बटाया था ।   बचपन  नरेंद्र मोदी जी का जन्म 17 सितंबर 1950 मुंबई राज्य की मेवासा जिले में वडनगर गांव में हुआ था । तब मुंबई राज्य भारत का ही राज्य था। लेकिन इसको 1 मई 1960 मैं अलग करके महाराष्ट्र और गुजरात कर दिया इसी कारण मोदी जी का जन्म स्थान अब गुजरात के राज्य के अंतर्गत आता है।  नरेंद्र मोदी के पिता का नाम दामोदर दास मूलचंद दास मोदी जो कि एक रेलवे स्टेशन पर एक छोटी सी चाय का दुकान चलाते थे । तथा उनकी मां हीराबेन मोदी गृह गृहणी नि थी । नरेंद्र मोदी की जन्म के समय उनका परिवार बहुत गरीब था। ओ एक कच्चे मकान में रहती थे । नरेंद्र मोदी अपने माता पिता के कुल 6 संतानों में से 3  पुत्र हैं।  नरेंद्र मोदी जब छोटे थे तभी से उनके पिता का हाथ बढ़ाने के लिए वह चाय की दुकान पर चाय बेचने का काम करते थे । और रेल के हरि एक डब्बे में जाकर में चाय बेचते थे । वह अपने काम के साथ-साथ अपनी पढ़ाई का भी अच्छी तरह से ख्याल रखती थे ।  शिक्षा  नरेंद्र

Success story of Kapil Sharma / कैसे बने हास्य कलाकार ?

 कपिल शर्मा आज भारत के सबसे बड़े हास्य कलाकार है  आज इनके कॉमेडी के इंडिया के अलावा काफी सारे देश मैं  भी फैन है , इनको बच्चे बूढ़े से लेकर परिवार का हर एक सदस्य जनता है ।  आज इनका कपिल शर्मा शो घर घर मैं चलता है। कपिल शर्मा जीतने आज हसमुख है उनकी जिंदगी उतनी ही कठिनायो  और संघर्ष से भरी हुई  है । बचपन     कपिल शर्मा का जन् 2 अप्रैल 1981 को पंजाब के अमृतसर में हुआ । उनके पिता का नाम जितेंद्र कुमार पुंज है । जो की एक पोलिस हेड कांस्टेबल का काम करते थे । और उनकी माता एक गृहणी थी । कपिल ने आपनी स्कूल की पढ़ाई श्रीराम सीनियर सेकेंडरी स्कूल से पूरी की और कॉलेज की पढ़ाई खालसा कॉलेज  पंजाब से पूरी की है   शिक्षा  कपिल बचपन से ही बहुत  शरारती लड़के थे वह कही भी किसकी भी मेमग्री करते थे  । और उन्हें singing करना बहुत पसंद था ।  जब कपिल सेकंडरी स्कूल मैं पढ़ रहे थे तभी पता चला कि उनके पिता को 3rd stage ka cancer है । इसके कारण । 2004 मैं उनके पिता की मृत्यु  हो गई । घर मैं जीतने कुछ पैसे थे वह सारे उनके पिता के इलाज मैं खर्च हो गए थे । और घर मैं पैसों की कमी आने लगी , कपिल को आपने स्कूल की फीस भ

Success story of Jack ma / नौकरी के लिए हर बार हुए थे रिजेक्ट / स्कूल में भी हुए थे बहुत बार फेल

अलीबाबा ग्रुप के संस्थापक जैक मां का जन्म 10 सितंबर 1964  चीन मैं एक मिडिल क्लास परिवार मैं हुआ । जैक मां के अलावा इनका नाम  बचपन मैं मा युन था । आज जैक मा चीन के सबसे अमीर और आशिया के दूसरे स्थान पर है ।  हर बार मिली हार  जैक मां जब स्कूल मैं थे तब वह 5 वी कक्षा मैं दो बार फेल हुए , 8 वी कक्षा  मैं 3 बार फेल हुए । कॉलेज यूनिवर्सिटी मैं जाने के बाद वहा भी फेल हो गए , हार्वर्ड यूनिवर्सिटी मैं 10 बार फेल हुए है ।  कॉलेज खतम होने के बाद उन्होंने जॉब के लिए अप्लाई किया तो उनको रिजेक्ट कर दिया गया , उन्होंने जॉब के लिए 30 बार अलग-अलग जगह अप्लाई किया लेकिन उन्हें हर जगह से रिजेक्ट कर दिया गया । उसके बाद IFC मैं जॉब करने के लिए गए तो वहा 24 मैं से 23 सिलेक्ट हुए और जैक मा को रिजेक्ट कर दिया गया । पोलिस नोकरी के लिए अप्लाई किया लेकिन उनके डील डौल को देकर उनको रिजेक्ट कर दिया गया । इतना कुछ होने के बाद भी हो हार नहीं मान रहे थे अपना संघर्ष जारी रख रहे थे ।   जैक मा गए अमेरिका   1994 मैं  जैक मा ने पहली बार इंटरनेट का नाम सुना था , इससे पहले उन्हें इंटरनेट के  बारे मैं जानकारी नहीं थी ।1995 मैं

Struggle story of Rohit zinjurke / सेल्समैन का काम करने से लेकर 1 स्टार बनने तक का सफर

 रोहित ने अपने वीडियो से लोगो के सामने अपनी एक अलग पहचान  बनाई है। रोहित attitude , slow motion, expression, and action के वीडियो  बनाते है सात ही इन्ह विडियो को लोगो द्वारा काफी पसंद भी किया जाता है । आज रोहित को अपने टैलेंट के कारण हर कोई पहचानता है साथ ही  आज ये  लोगों के लिए  किसी superstar , film star से कम नही है । लेकिन रोहित का जीवन पहले से ही ऐसा नहीं था उन्होंने ये मुकाम कढ़ी मेहनत और लगन से हासिल किया है ।      बचपन   रोहित का जन्म 9 अप्रैल 2000 सूरत (गुजरात) मैं एक मध्यम वर्गीय परिवार मैं हुआ ।  परिवार मैं अभी केवल 3 लोग है रोहित  उनकी मां  और उनकी बहन रोहिणी जो की अभी कॉलेज में पढ़ती है  ।आगर बात की जाए उनके पापा की तो उन्होंने अपने परिवार की जिम्मेदारी कभी ली ही  नही , रोहित और उनकी मां से वे अलग रहते थे । हाल ही मैं उनकी मृत्यु हो गई है । रोहित की मां ने रोहित और उनकी बहन रोहिणी को खुद काम करके उन्हें ना सिर्फ पाला  बल्कि पढ़ाया लिखाया भी ।  रोहित ने आपनी स्कूल की पढ़ाई सूरत के स्कूल से  पूरी की। पढ़ाई लिखाई मैं  वो अच्छे खासे थे । रोहित ने ये खुद बताया है कि वे जब  स्कू

Sachet parmpara singer kaise bane ?

 सचेत और परंपरा की मुलाकात एक शो के दौरान हुई थी । इन दोनो ने बहुत सारे गाने एक साथ गाए  है और उन्हें कंपोज भी किया है । कबीर सिंह मूवी का सुपरहिट गाना इन दोनो ने गाया है । ये दोनो मिले तब दोस्त थे लेकिन आगे जाकर इनकी दोस्ती  प्रेम मैं बदल गई ।  और इन दोनों ने शादी कर ली । सचेत टंडन    सचेत टंडन का जन्म 17 अगस्त को 1992 लखनऊ मैं हुआ ।इनकी पढ़ाई लिखाई लखनऊ के ही प्राइवेट  स्कूल में हुई थी । बाद मैं विश्व विश्वविद्यालय कॉलेज लखनऊ  से इन्होंने अपने कॉलेज की पढ़ाई पूरी की।    इनको  बचपन से ही संगीत का बहुत शौक था। इस शौक को ही उन्होंने अपना करियर बनाने का सोच लिया । और मुंबई में आ गए आने के बाद इन्होंने आपने करियर की शुरुआत करने के लिए इंडियन टेलीविजन पर प्रसारित the voice india season -1 मैं हिस्सा लिया और रनरअप (विजयी ) हुए ।  परंपरा ठाकुर :    परंपरा ये एक राजपूत घरानेसे है ,  इनका जन्म 28 फेब्रुवारी 1992  मैं हुआ । इनका शुरुवाती बचपन और पढ़ाई लिखाई दिल्ली से ही हुई । इन्होंने दिल्ली के श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स से आपनी पढ़ाई पूरी की ।       इनको बचपन से ही गायन का शौक होने के कारण इन्हों

Ghoda Kabhi baitha kyon Nahi? घोड़ा कभी बैठता क्यों नहीं? , क्या घोड़ा कभी सोता है ?

घोड़ा कभी बैठता क्यों नहीं?  इसका सबसे बड़ा कारण है , की  उसकी शरीर की बनावट आगर घोड़ा गलतीसे भी बैठ जाए, या लेट जाए,  तो उसका सारा  भार (वजन) उसके गर्दन या  पैठ के मध्य भाग पर आता है  । इसकी बजेसे उसकी ब्रीदिंग सिस्टम (breathing system) पर आता है। और इसकी बाजेसे घोड़ा अच्छे से सांस लेने में कठिनाई होती है। उसका दम घुटने लगता है। इसके कारण हवा उसके फेफड़ों तक नहीं  जा पाती । और उसका दम घुटने लगता है ।  इसी कारण घोड़ा जमीन पर बैठता और लेटता नही है  अब आपको यह सवाल आता होगा कि घोड़ा सोता कैसे  है? और   अपनी नींद पूरी कैसे करता है ?  घोड़ा एक ऐसा प्राणी है जो दिन मैं सिर्फ 30 मिनिट के लिए ही गहरी  नींद सोता है। इस बीच घोड़ा जमीन पर लेटता या  बैठता नहीं। घोड़े में मांसपेशियां विशेष अवस्था में होती है। जो मांसपेशियों और हड्डियों को एक साथ जोड़ती है।  इसे Science की भाषा में  लिगोमेंट्स और टेंडन  ठहराव तंत्र कहा जाता है । इसी कारण से वह आप अपनी अलग-अलग टांगो को खड़े हुए आराम दिलाते है । और अपनी नींद पूरी कर लेते है । क्या घोड़े कभी थकते है  ?  जी नहीं घोड़े कभी थकते नहीं है । प्रकृति ने घोड़

Success story of virat kohli / कैसे बने इंडियन क्रिकेट टीम के कप्तान ?

Date of birth (जन्म) : 5 नवंबर 1988                nickname ( उपनाम) : चीकू,  रन मशीन परिवार :   Father     (पिता)   प्रेम कोहली      Mother    (माता )  सरोज कोहली   Brother   (भाई)    विकास          Sister       (बहन)   भावना   Wife         ( पत्नी ) अनुष्का शर्मा ( बॉलीवुड अभिनेत्री)     Daughter( मुलगी)  वामिका कोहली  बचपन  विराट के पिता  अपराधिक वकील और माता  गृहणी है । उनके माता पिता के अनुसार विराट जब 3 साल के थे तभीसे उन्हें क्रिकेट का बहुत बड़ा शौक था । इतनी छोटी सी उम्र मैं ही विराट ने आपने हात मैं क्रिकेट बैट लेकर आपने पिता को बॉलिंग करने कहा था ।  विराट का बचपन दिल्ली के उत्तम नगर मैं बिता । विराट को क्रिकेट खेलते थे एक दिन उनके पड़ोसियों ने आकर विराट के पिता से कहा की विराट अच्छा क्रिकेट खेलता है । उसे गली में क्रिकेट खेल के अपना समय नहीं व्यर्थ करना चाहिए उसे किसी क्रिकेट अकादमी  में भेजकर क्रिकेट अच्छे से सीखना चाहिए । तभी उनके पिता ने विराट को  9 साल की उम्र मैं ही याने कि 1948 मैं  पश्चिमी दिल्ली क्रिकेट अकादमी में शामिल कर दिया।विराट ने राजू कुमार शर्मा के हाथों प्रशिक

Akshay Kumar struggle story / एक्टर कैसे बने अक्षय कुमार

बॉलीवुड के खिलाड़ी अक्षय कुमार  एक  ऐसे सुपरस्टार है जो हर साल मैं 4 से 5 फिल्मे लेकर आते । अपको ये बात जानकर हैरानी होगी कि अक्षय कुमार का दूर दूर तक एक्टिंग से  कोई संबध नही था। अक्षय कुमार   जन्म  :      9 सप्टेंबर 1967  असली नाम :  राजीव भाटिया    उपनामम     :   अक्की  , मैक , खिलाड़ी कुमार ,राजू      परिवार Father    (पिता)       हरी ओम भाटिया    Mother   (माता)       अरुणा भाटिया        Sister      (बहन )      अल्का भाटिया      Wife       (पत्नी )      ट्विंकल खन्ना    ( 29 दिसंबर 1973)   Son          (बेटा )        आरव भाटिया   (15 सप्टेंबर 2002)  Daughter( बेटी)       नितारा भाटिया   ( 25 सप्टेंबर 2012)     शिक्षा:  डॉन बोस्को स्कूल, और मिरिक दार्जिलिंग से अपनी  प्राथमिक शिक्षा पूरी की।  स्कूल मैं उनकी '' ब्लडी टेन " नामकी एक गैंग थी वह कहते है की हमारे  गैंग से सभी डरते थे उन्होंने खुद ये भी बताया है की वह पहली कक्षा से लेकर दसवीं कक्षा तक तीन बार फेल हुए थे।  महाविद्यालय की शिक्षा के लिए मुंबई मैं गुरु नानक खालसा कॉलेज  मैं एडमिशन लिया लेकिन उनको पढ़ाई मैं कोई दि

nick vujicic success story / हाथ पैर ना होते हुए भी कैसे खड़ी कर दी करोड़ों रुपयों की प्रॉपर्टी ?

आगर जिंदगी में कुछ समस्याएं आए तो बहुत लोग खुदको कोसते रहते है ।  उनमें से कही लोग तो ये भी सोचते है ऐसा मेरे साथ ही क्यू होता है ?  हमेशा मुसीबत मुझे ही क्यू आती है ? मेरी  ही जिंदगी ऐसी क्यों है?  और इसी सोच के कारण   वो हर मान  लेते है ।   समस्याएं  तो जिंदा लोगों के नासिब में  ही आती  है ।  मुर्दों के लिए तो लोग रास्ता भी छोड़ देते है । बचपन  निक वुजिसिक का जन्म 4 दिसंबर 1982  मेलबर्न ,ऑस्ट्रेलिया मैं हुआ उनके पिता का नाम बोरिस्लाव  तथा उनकी मां का नाम हुशांका वुजिसिक उनके पिता अकाउंटेंट का काम करते थे और उनकी मां एक  हॉस्पिटल मैं नर्स का काम करती थी ।  जब निक का जन्म हुआ तो उनको जन्म से ही   हात और पैर नही थे । उनके जन्म के बाद। नर्स उन्हें उनकी मां के पास रखा तो उनकी मां ने उन्हें देखने और छूने से तक माना कर दिया। लेकिन थोड़े समय के बाद उनकी मां ने उनको स्वीकार कर लिया । निक वुजिसिक को दो छोटे पैर विकृत पैर है  मूल रूप से वह पैर के पंजे के सात पैदा हुए थे । लेकिन वह उसका  इस्तेमाल नहीं कर सकते थे । इसीलिए उसका ऑपरेशन करना पड़ा ताकि वो भविष्य मैं किताबो के पृष्ट को मोड़ सके या उसस

रविवार के दिन छुट्टी क्यू होती है?/और ये कब से है ? /Sunday ke din sabako chutti kyon hoti hai?/Why is Sunday a holiday? / And since when is this?

1) रविवार / sunday   को छुट्टी क्यू होती है ? 8 फेब्रुवारी 1848 याने की ब्रिटिश की सत्ता के दौरान नारायण मेघाजी लोखंडे इनका जन्म हुआ ।वो  बहुत ही गरीब परिवार से थे ।  वो एक कापड गिरणी मैं काम करते थे ।  वहा पे उन्हें आतंक के माहौल में दिन मैं 13से 14 घंटों तक काम करने वाले मजदूर दिखे , वहा पे उन्हें सप्ताह की कोई भी छुट्टी नही मिलती थी । ये सब देखने के बाद उन्होंने  नौकरी छोड़ने का फैसला लिया।  उनका कहना था कि सप्ताह मैं काम करने वालो मजदुरोको   सप्ताह में 1  दिन की छुट्टी आराम करने के लिए  मिलनी चाहिए, इसीलिए उन्होंने मजदूर आंदोलन को आगे बढ़ाने का फैसला किया । 1875 मुंबई में कपड़ मिल श्रमिकों के आंदोलन के कारण, ब्रिटिश सरकार ने श्रमिकों की स्थिति में सुधार के लिए एक आयोग नियुक्त किया।  फिरसे उन्होंने 1880 मैं मुंबई में  दीनबंधु सत्यशोधक समाज का पहला मुख्य पत्र शुरू किया ।  1881 मैं  ब्रिटिश सरकार को फ़ैक्टरी अधिनियम में संशोधन करने के लिए मजबूर होना पड़ा, और महीने मैं चार छुट्टियां वेतन के  साथ देने पर मजबूर किया     सप्टेंबर 1884 पहला बड़ा श्रमिक सम्मेलन मुंबई में आयोजित करने के बाद 

Shahrukh khan success story / कभी किराए के मकान में रहते थे शाहरुख खान

 कुछ लोग अपने परिस्थितियों  को ही दोष देते  है , ये कहानी आपकी  बंद आंखे खोल देगी । मैं  उस इंसान के बारे  में बताऊंगा जिनको दो वक्त का खाना बड़े मुश्किल  मिलता था । लेकिन आज वो आपने संकल्प शक्ति, और मेहनत के कारण आज वो लाखों-करोड़ों रुपए के मालिक है जी हां मैं बोल रहा बॉलीवुड के बादशाह नाम से जाने वाले  शाहरुख खान के बारे में । किसीने क्या खूब  कहा है ;  जिंदिगी वो नही जो आप जीते हो , बल्कि जिंदगी तो वो  है जो आप बनाते हो ।  तो चलिए इस कहानी को शुरू करते है ।  बचपन  इनका जन्म 2 नवंबर 1965 को हुआ था । उनका एक छोटासा परिवार था परिवार मैं  उनके मम्मी पापा और उनकी एक छोटी बहन थी ,  उनके पास खुदका घर ना होने के कारण वो दिल्ली मैं किराए के मकान मैं रहते थे । घर चलाने के लिए उनके पिता एक छोटा सा रेस्टोरेंट चलाते थे । उससे ही उनका घर चलाता था ।   शाहरुख खान 15  साल  के थे जब उनके पिता का कैंसर के कारण देहांत  हो चुका था  । जितने  कुछ पैसे सेविंग करके रखे थे वो सब उनके पापा के इलाज मैं खर्च हो गए थे।  अब पैसों की  कमी आने लगने के कारण वो शाम को स्कूल से आने के बाद  आपनेे रेस्टोरेंट्  मैं काम क

Social media / use of social media in hindi

 सोशल मीडिया आज हर एक इंसान के हात मैं मोबाइल फोन  है , और  वो सोशल मीडिया पर है ,मतलब की   यूट्यूब , इंस्टाग्राम , ट्विटर या फेसबुक जो भी है , मेरे खयाल से इंडिया मैं 75 % लोग  इसका उपयोग सिर्फ मनोरंजन के लिए करते है , और सिर्फ 25% इसका उपयोग पैसे कमाने  के लिए करते है , आज मैं इसीके बरे में  बोलने वाला हु ।               सोशल मीडिया दुनिया का सबसे बड़ा मंच (platform )है और  आज हम सबको पता है , छोटे बच्चे से लेकर , बूढ़े आदमी तक सब  सोशल मीडिया का उपयोग करते है , मगर मनोरंजन के लिए ,जैसे की यूट्यूब पर वीडियो  देखना , इंस्टाग्राम ,फेसबुक पर रील्स देखना पोस्ट देखना पढ़ना , अपना पूरा  समय इसीमें बिता देते है।                                                                        लेकिन बहुत कम लोग है । जो इसका उपयोग मनोरंजन के  साथ , इसका सही इस्तमाल करके लाखों-करोड़ों रुपए कमा रहे है । और आराम से आपनी जिंदगी बिता रहे है ।  आप को ये सवाल आता होगा की कैसे? अब देखो  जो भी सोशल मीडिया पर आप देखते हो चाहे हो वीडियो वो या पोस्ट किसीने तो बनाया होगा । जब आप देखते हो पढ़ते हो ,तब उसको पैसे मिलते