कुछ लोग अपने परिस्थितियों को ही दोष देते है , ये कहानी आपकी बंद आंखे खोल देगी ।
मैं उस इंसान के बारे में बताऊंगा जिनको दो वक्त का खाना बड़े मुश्किल मिलता था । लेकिन आज वो आपने संकल्प शक्ति, और मेहनत के कारण आज वो लाखों-करोड़ों रुपए के मालिक है जी हां मैं बोल रहा बॉलीवुड के बादशाह नाम से जाने वाले शाहरुख खान के बारे में ।
किसीने क्या खूब कहा है ; जिंदिगी वो नही जो आप जीते हो , बल्कि जिंदगी तो वो है जो आप बनाते हो ।
तो चलिए इस कहानी को शुरू करते है ।
बचपन
इनका जन्म 2 नवंबर 1965 को हुआ था । उनका एक छोटासा परिवार था परिवार मैं उनके मम्मी पापा और उनकी एक छोटी बहन थी , उनके पास खुदका घर ना होने के कारण वो दिल्ली मैं किराए के मकान मैं रहते थे । घर चलाने के लिए उनके पिता एक छोटा सा रेस्टोरेंट चलाते थे । उससे ही उनका घर चलाता था ।
शाहरुख खान 15 साल के थे जब उनके पिता का कैंसर के कारण देहांत हो चुका था । जितने कुछ पैसे सेविंग करके रखे थे वो सब उनके पापा के इलाज मैं खर्च हो गए थे। अब पैसों की कमी आने लगने के कारण वो शाम को स्कूल से आने के बाद आपनेे रेस्टोरेंट् मैं काम करने लगे थे। और आपने मम्मी और बहन का खयाल रखने लगे, कभी कभी खाने के लिए भी पैसे कम पड़ते थे । इतनी कम उम्र होने के बाद भी परेशानियों का सामना किया , और आगे बढ़ते रहे
शिक्षा
1985 हंसराज कॉलेज मैं अपना एडमिशन लिया वहां पर ही उन्होंने थिएटर ग्रुप ज्वाइन किया , और बैरी जॉन के अंतर्गत एक्टिंग सिखी नि शुरू कर दी । इसके बाद शाहरुख खान ने मास कम्युनिकेशन डिग्री लेने का फैसला किया, लेकिन उन्होंने एक्टिंग सीखने के लिए पढ़ाई बीच में ही छोड़ दी ।उसके बाद उन्होंने नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा मैं एडमिशन लिया वहां पर वह एक्टिंग के गुण सिख रहे थे । वो खत्म होने के बाद फौजी टीवी सीरियल मैं काम किया। उसके बाद उन्होंने कहीं टीवी सीरियल में काम किया जैसे सर्कस वागले की दुनिया, इडियट ,और उम्मीद मैं काम किया ।
फिल्मों का सफर
आज इंडिया के सबसे बड़े एक्टर है । उन्हें लोग बॉलीवुड के किंग कहते है
कल तक जिसे रहने के लिए खुदका घर नहीं था आज उसका करोड़ों रुपयों का घर है ।
आज शाहरुख खान दुनिया के सबसे अमीर टॉप 10 सुपरस्टार मैं से एक है । शाहरुख खान की net worth(2021 )आज $600million है । इनकी पहली कमाई सिर्फ 50 रु थी जो दिल्ली मैं पंकज उदास के concert मैं गाइड बनाने के लिए मिली थी । इस कमाए हुए पैसे से वह आगरा गए और ताजमहल देखा । इस ये साबित होता की बलेही आपकी जेब खाली रहे लेकिन आखों मैं अरमान बड़े रखने चाहिए । उन्होंने ये बात साबित कर दी कि कड़ी मेहनत ही सफलता की पहली सीढ़ी है
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