muniba mazari success story / life story /विकलांगता के साथ संघर्ष और विजय /पाकिस्तान की आयरन लेडी , wheelchair model , motivational speaker
परिचय
मुनीबा मजारी वर्ल्ड फेमस पेंटर ,पाकिस्तान की फर्स्ट व्हीलचेयर मॉडल और पाकिस्तान की पॉपुलर टीवी एंकर है । जो कभी खुद के लिए कुछ नहीं कर सकती थी आज कईयों के लिए रोल मॉडल बन गई है । इन्ह सभी के चलते उन्हे पाकिस्तान की आयरन लेडी कहा जाता है साथ ही वह संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान की नेशनल एम्बेसडर है ।
मुनिबा ने आज जो मुकाम हासिल किया है वह मुकाम हासिल कर पाना इनके लिए असंभव था ,लेकिन इन्होंने असंभव को संभव कर दिखाया और लोगों के सामने अपनी पहचान बनाई ।
बचपन
मुनिबा मजारी का जन्म 3 मार्च 1987 पाकिस्तान देश बलूचिस्तान मैं हुआ । इन्हें दो भाई हैं जिनका नाम जुल्फिकार अली मजारी और सरफराज अली मजारी है । मुनिबा को बचपन से ही पेंटिंग करने का बहुत शौक था । उन्हें बड़े होकर एक पेंटर बना था । लेकिन परिवार इसके खिलाफ था ,परिवार रूढ़ी वादी खयालो का था । मुनिबा को परिवार की मर्जी के बिना कुछ भी करने का अधिकार नहीं था उन्हें बचपन से अपने परिवार वालो के हिसाब से चलना पड़ा ।
एक्सीडेंट का हुईं भयंकर शिकार जिसके कारण जिंदगी भर व्हीलचेयर का सहारा लेना पड़ा ,मां बनने की उम्मीद भी खो दी।
मुनिबा जब 18 की उम्र की थी तभी उनके पिता ने उनकी शादी उनके मर्जी के बिना ही कर दी । इस शादी के लिए मुनिबा तैयार नहीं थी । लेकिन अपने पापा के दबाव में आकर उन्हें यह शादी मजबूरन करनी पड़ी ।
शादी होने के बाद उनकी शादीशुदा जिंदगी अच्छी नहीं चल रही थी आए दिन मुनीबा और उनके पति के बीच झगड़े हुआ करते थे । शादी के 2 साल बाद मुनीबा का एक बहुत बड़ा कार एक्सीडेंट हो गया । उस वक्त उनके पति कार चला रहे थे । उनकी आंख लगने के कारण कार का बैलेंस पूरी तरह से बिगड़ गया । अपनी जान बचाने के लिए पति कार से कूद गया लेकिन दुर्भाग्यवश मुनीबा कार में ही रह गई ।इस एक्सीडेंट में मुनीबा पूरी तरह से घायल हो गई थी । जैसे तैसे करके आसपास के लोगों ने 3 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद मुनीबा को कार से बाहर निकाला और इलाज के लिए अस्पताल भेज दिया । उनका अस्पताल में इलाज ढाई महीने तक चला । इलाज के बाद डॉक्टरों ने उन्हें बताया कि तुम्हारी रीड की हड्डी पूरी तरह से टूट चुकी है । जिसके कारण तुम कभी भी मां नहीं बन सकती । कंधा और बाबू पूरी तरह से फैक्चर हो गया है । और तुम अब कभी भी चल फिर नहीं सकती हो तुम्हें अब हमेशा व्हीलचेयर पर ही रहना पड़ेगा । इस दौरान उनके पति ने भी उन्हें छोड़ दिया । और डिवोर्स ले लिया।
ऐसे में वह पूरी तरह से अंदर से टूट गई थी । जीने की उम्मीद को भी छोड़ दिया । लेकिन मुनीबा ने एक बार फिर किसी तरह हिम्मत जुटाई और फिर एक नई जिंदगी की शुरुआत की । उनका कहना था कि मैं निसंदेह स्वीकृति हो कि मैं मेरे शरीर की वजह से कैद हु । पर मेरा मन आजाद है और मेरी आत्मा भी । मैं अब भी बड़े सपने देख सकती हूं और उन्हें साकार करने की शक्ति रख सकती हू
अपने बचपन में पेंटिंग करने का सपना पूरा करने के लिए पेंटिंग करनी शुरू कर दी । उन्होंने रंग और रेखाओं की माध्यम से अपनी सारी भावनाओं को व्यक्त करना शुरू कर दिया । धीरे-धीरे उनकी इस कला को पहचान ,लोकप्रियता मिलने लगी । इस दौरान मुनिबा ने एक , 2 साल के बेबी ब्वॉय को गोद लिया । और उसे अपना नाम दिया एक नई पहचान दिलाई उस बच्चे का नाम नाएल मजारी है ।
पाकिस्तान की बनी पहली व्हीलचेयर मॉडल ।
उन्होंने धीरे-धीरे पेंटिंग के अलावा मॉडलिंग करनी भी शुरू कर दी । उन्होंने अब तक कई सारी मॉडलिंग के कैंप भी किय है इसी के चलते मुनिबा पाकिस्तान की पहली व्हीलचेयर मॉडल बन गई है । साथ ही पाकिस्तान की पॉपुलर टीवी एंकर भी बन गई गई । और मुनीबा संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान की नेशनल एम्बेसडर है । उन्हें पाकिस्तान की आयरन लेडी भी कहा जाता है। मुनीबा को ब्रिटिश समाचार संस्था बीबीसी ने 2015 में अपनी 100 वुमन सिटीज में शामिल कर लिया था । और 2016 में उन्हें फोर्ब्स पत्रिका ने 30 साल से कम उम्र की दुनिया की 30 शख्सियतों ने भी शुमार किया था ।
मुनीबा पेंटिंग और मॉडलिंग के अलावा सोशल वर्कर और मोटिवेशनल स्पीकर भी है । मुनीबा कहती है कि ,कोई बात नहीं कि आप डरते हो । कोई बात नहीं आप रोते हो । सब कुछ ठीक है लेकिन हारना ऑप्शन नहीं होना चाहिए ।
मुनीबा की ऐसी संघर्ष भरी लाइफ से हमें बहुत कुछ सीखने को मिलता है । जो लड़की कभी खुद को संभाल नहीं सकती थी आज वो कहियो के लिए रोल मॉडल बन गई है ।
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