परिचय
सुंदर पिचाई अमेरिकी व्यवसाई है । मूल रूप से वे इंडिया के रहने वाले है । जैसा कि सबको पता है कि सुंदर पिचाई गूगल के सीईओ है । इन्होंने यह सीईओ का पद 2 अक्टूबर 2015 15 को ग्रहण किया था । लेकिन उन्हें यह सफर तय करने के लिए काफी सारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा । आज हम इसी के बारे में जानेंगे ।
जन्म
सुंदर पिचाई का वास्तविक नाम सुंदर राजेन पिचाई है । इनका जन्म 10 जून 1972 मैं भारत के तमिलनाडु के एक छोटे से गांव मदुरई मैं हुआ था । उनके पिता का नाम रघुनाथ पिचाई है । जो कि एक ब्रिटिश समूह के सीईसी मैं एक इलेक्ट्रिकल इंजीनियर थे । तथा उनकी मां का नाम लक्ष्मी पिचाई है । जो कि एक स्टोनोग्राफर थी । अपने माता-पिता के अलावा सुंदर पिचाई को एक भाई भी है जिसका नाम श्रीनिवासन पिचाई है । उनका पूरा परिवार एक छोटे से कमरे के मकान में रहता था ।
बचपन
जब सुंदर पिचाई 12 साल की थी तब उनके पिता घर में एक लैंडलाइन फोन लेकर आए थे । उनके अंदर एक विशेष गुण था वे आसानी से अपनी लैंडलाइन फोन में डायल किए गए सभी नंबरों को बहुत ही अच्छी तरह से याद कर लेते थे । इसके अलावा सुंदर पिचाई पढ़ाई में भी काफी अच्छे खासे थे । स्कूल के टाइम में वह क्रिकेट के काफी दीवाने थे साथ ही स्कूल के क्रिकेट टीम के कप्तान भी रहते थे।
शिक्षा
सुंदर पिचाई ने जवाहर नवोदय विद्यालय अशोक नगर चेन्नई से अपनी दसवीं की पढ़ाई पूरी की और उसके बाद वना वानी स्कूल चेन्नई मैं स्थित जूनियर कॉलेज से 12 वी की कक्षा पूरी की। उसके बाद आईआईटी खड़कपुर से अपनी मेटालर्जिकल इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की । उन्हें अपने टैलेंट के कारण आईआईटी में रजत पदक से सम्मानित किया गया ।
उसके बाद कैलिफ़ोर्निया के स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में प्रवेश लिया और भौतिक विज्ञान में मास्टर इन साइंस की डिग्री हासिल की । मास्टर इन साइंस की डिग्री हासिल करने के बाद व्हार्टन यूनिवर्सिटी ऑफ पेंसिलवेनिया से MBA की पढ़ाई पूरी कर ली ।
गूगल के सीईओ बनने तक का सफर ।
गूगल कंपनी से जुड़ने से पहले सुंदर पिचाई मैकिंसरी एंड कंपनी और अप्लाइड मैटेरियल मैं काम करते थे। सुंदर पिचाई पहली बार 2004 में गूगल से जुड़े । शुरू शुरू में उन्होंने एक छोटी सी टीम के साथ गूगल सर्च टूल बार पर काम करना शुरू कर दिया । गूगल में काम करते समय उनके मन में एक नए खुराफाती आईडिया ने जन्म लिया । वह आईडिया था गूगल का खुद का वेब ब्राउज़र बनाना । उन्होंने अपने इस प्रोजेक्ट के बारे में उस टाइम के गूगल के सीईओ से भी बात की लेकिन उन्होंने यह प्रोजेक्ट बहुत महंगा है कहकर इस प्रोजेक्ट के लिए साफ मना कर दिया ।
लेकिन इसके बाद भी सुंदर पिचाई ने हार नहीं मानी । गूगल के अन्य पार्टनर से बात करके उन्हें अपने प्रोजेक्ट के बारे अच्छी तरह से समझा कर किसी भी तरह से मना लिया । और 2 सितंबर 2008 को उन्होंने गूगल का खुद का वेब ब्राउज़र लॉन्च कर दिया। जिसका नाम गूगल क्रोम रखा गया था । वर्तमान समय में गूगल क्रोम दुनिया का सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाने वाला वेब ब्राउज़र है । सुंदर पिचाई की मेहनत और लगन के कारण उन्हें प्रोडक्ट के सिर्स् स्थान प्राप्त होते गए । जिसके बाद 2 अक्टूबर 2015 को उन्हें गूगल के सीईओ का पद दिया गया । आज वर्तमान समय में सुंदर पिचाई दुनिया के टॉप सीईओ के लिस्ट में आते हैं । 3 दिसंबर 2019 को वे अल्फाबेट के सीईओ बन गए थे ।
ऐसा कहा जाता है कि सुंदर पिचाई को पढ़ाने के लिए उनकी मां ने अपने गहने बेच दिए थे । और आज उसी सुंदर पिचाई की नेटवर्थ $600 मिलियन से से भी ज्यादा है । सुंदर पिचाई की ऐसी संघर्ष भरी जिंदगी देखकर हमें इनकी जीवनी से काफी प्रेरणा मिल सकती है ।
परिवार
सुंदर पिचाई के पत्नी का नाम अंजली पिचाई है । जिनसे उन्हें एक बेटा और एक बेटी है बेटे का नाम किरण पिचाई है । और बेटी का नाम काव्या पिचाई है ।
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