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Vijay shekhar एक गरीब फैमिली से बिलेनियर तक । देश का सबसे बड़ा ipo लाने वाले paytm की पूरी कहानी ।

 परिचय

आज हम एक ऐसे इंसान के बारे में जानने वाले हैं जिसने 14 साल की उम्र में अपनी 12 वीं पास की ‌। साथी अपनी पढ़ाई के दौरान अपनी पहली कंपनी बना दी । यह कहानी है पेटीएम के फाउंडर और सीईओ  विजय शेखर शर्मा‌  कि  जिन्होंने इंडिया में सबसे बड़ा आईपीओ लॉन्च किया है । 


बचपन 

विजय शेखर शर्मा का जन्म 7 जून 1978 भारत के अलीगढ़ के एक छोटे से गांव विजयगढ़ में हुआ । पिता स्कूल टीचर थे और मा एक हाउसवाइफ थी । विजय की शुरुआती पढ़ाई एक हिंदी मीडियम स्कूल से हुई । बचपन से ही मैं पढ़ाई पर काफी तेज थे इतनी तेज की 14 साल की उम्र में ही उन्होंने अपनी 12वीं की पढ़ाई पूरी कर ली । जिसके बाद इंजीनियरिंग की पढ़ाई करनी चाहि जिसके लिए एंट्रेंस एग्जाम की तैयारी मैं लगे तो पता चला कि एंट्रेंस एग्जाम हिंदी में नहीं अंग्रेजी में है इसीलिए उन्होंने एक ही भाषा की हिंदी और अंग्रेजी में पढ़ाई की । 

इंजीनियरिंग में फेल 

इंजीनियरिंग की पढ़ाई के  लिए दिल्ली यूनिवर्सिटी में अपना एडमिशन लिया । लेकिन वहां पर भी अंग्रेजी नहीं उनका पीछा नहीं छोड़ा । 14 साल की उम्र में 12वीं पास करने वाले  विजय शर्मा इंजीनियरिंग के थर्ड सेमेस्टर तक आते-आते फेल हो गए । जैसे तैसे करके उन्होंने अपनी इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की । पढ़ाई में मन ना लगने के कारण इंटरनेट को ही अपना प्लेटफार्म बनाया । इंटरनेट को ही अपनी कमाई का जरिया बनाया और आपने कुछ दोस्तों के साथ मिलकर indiasite. Net नाम की कंपनी शुरू की और 2 साल बाद 7 करोड़ रुपए में भेज दी । 

Paytm की शुरुआत 

साल 2001 में उन्होंने one 97 communication कंपनी की स्थापना की । और फिर 2009 में उन्होंने अपनी कंपनी बोर्ड के सामने पेमेंट इकोसिस्टम  मैं घुसने का एक बेहतरीन आइडिया रखा । उस समय डिजिटल पेमेंट का कोई मार्केट नहीं था । शायद इसी कारण उनके कंपनी के बोर्ड मेंबर ने इस आईडिया के लिए मना कर दिया । इसे देखते हुए विजय शर्मा ने अपने $2000000 के शेयर अपने बोर्ड मेंबर के सामने रख दिए । और कहा अगर कंपनी घाटे में जाती है तो बोर्ड मेंबर इस शहर का इस्तेमाल कर सकता है । लेकिन कभी ए वक्त आया ही नहीं और जिसके बाद 2010 मैं शुरुआत हुई Paytm ।

उस वक्त मार्केट में काफी तेजी से स्मार्टफोन पॉपुलर हो रही थे। शुरुआती दौर में पेटीएम प्रीपेड रिचार्ज , डीटीएच रिचार्ज ऐसी सुविधाएं देने लगा । फिर कुछ समय बाद पेटीएम ने इलेक्ट्रिसिटी बिल और गैस का बिल भरने की सुविधा की । धीरे-धीरे कंपनी में काफी ग्रोथ आने लगी । जिसके बाद अन्य कंपनियों की तरह ऑनलाइन ट्रांजैक्शन और ऑनलाइन सामान बेचना शुरू कर दिया 2016 नोट बंदी आने के बाद पेटीएम पेटीएम में जमीन से आसमान तक का रास्ता ढूंढ लिया । अगर आज की बात की जाए तो पेटीएम भारत की सबसे बड़ी ऑनलाइन पेमेंट साइट बन गया है । साथ ही यह इंडिया की  अब तक की सबसे बड़ी आईपीओ लाने वाली कंपनी है । 


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